भारत की सबसे कम उम्र की साहित्यकार काजल कुमारी जी को बनारस में मिला (काशी कहानीकार साहित्य सम्मान)
वाराणसी। काशी साहित्यिक समूह जो कि भारत के महान विभूतियों को उनकी विशेष और अद्भुत प्रतिभाओं के लिए सम्मानित करती आ रहीं हैं।इसकी स्थापिका आदरणीया सुनीता जौहरी जी हैं । इनके टीम द्वारा पूरे भारत से 10 लोगों का चयन कर उन्हें सम्मानित किया गया । यह कार्यक्रम सुधाकर महिला महाविद्यालय के ऑटडोटोरियम खुजरी पांडेयपुर बनारस में हुई थी।जिसकी शान और प्रेरणा रही बिहार की शान काजल कुमारी जी । इनको भी विशेष स्थान प्रदान कर काशी कहानीकार साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया हैं । यह बहुत गर्व की बात हैं कि इस बेटी की जोड़ का पूरे भारत में कोई नहीं हैं। बिहार ही नहीं बल्कि पूरे भारत की ये सबसे कम उम्र की लेखिका हैं।सुश्री काजल जी ने मात्र 20 वर्ष की आयु में 9 पुस्तकों और 3 उपन्यासों की रचना की हैं। संस्थापिका सुनीता जौहरी जी ने बताया कि आज इस आयोजन में पूरे भारत से कई साहित्यकार आए हैं लेकिन काजल बिटिया की बात ही निराली हैं। काजल जी अपने शब्दों में सच्चाई को दर्शाती हैं इतने कम उम्र में इतना अनुभव और ऐसा अलौकिक ज्ञान हैं इन में की इनकी जितनी सराहना की जाए कम हैं। काजल जी से जब पूछा गया कि इनकी योग्यता का क्या राज हैं तो उन्होंने माता पिता और मां सरस्वती की कृपा उनका मुझ पर आशीर्वाद हैं ऐसा बताया हैं। कार्यक्रम में कई महान् विभूतियों सहित प्रधानअध्यापिका भी शामिल थी हमारी न्यूज टीम इनको बहुत बहुत धन्यवाद देती हैं और ये कामना करती हैं कि बिहार की यह बेटी खूब तरक्की करे खूब नाम कमाए और इसी प्रकार बिहार का नाम पूरे विश्व में उज्ज्वल करें।
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