पटना, बिहार
काजल कुमारी जो कि पटना बिहार की शान हैं।जो कि ज्योतिष शिरोमणि अवार्ड से सम्मानित की गई । जी हां हम बिहार में अपने संघर्षों से अपनी एक अनुपम पहचान स्थापित करने वाली, बहुत कम उम्र की विदुषी काजल कुमारी की बात कर रहें हैं। जो कि मात्र 20 वर्ष की उम्र में कई प्रतिभाओं से युक्त और परिपूर्ण हैं । बिहार की राजधानी पटना जो कि कभी मगध नरेश चंद्रगुप्त मौर्या के नेतृत्व में था । वहीं जन्मी ये विदुषी अपने साथ पूरे बिहार का नाम उज्ज्वल कर रही हैं। इन्होंने 4 वेद, 18 पुराण 108 उपनिषदों के साथ रामायण, गीता, महाभारत जैसे ग्रंथों को कंठस्थ याद कर रखा हैं। पुरातन काल की विदुषी स्त्रियों को ही ये ज्ञान प्राप्त होता था कलयुग में काजल कुमारी ने यह अलौकिक शिक्षा प्राप्त की हैं। इनके गुण और शिक्षा को देखकर इन्हें ज्योतिष शिरोमणि अवार्ड प्रदान कर पुरस्कृत किया गया हैं। इनके गुण का जितना वर्णन किया जाए कम हैं। ये बताती हैं कि ज्योतिष विषय में बचपन से ही इनकी रुचि रही हैं। इन्होंने ज्योतिष की प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता जी से प्राप्त की। उसके बाद इन्होंने जयपुर से भारतीय वैदिक ज्योतिष विश्वविद्यालय से शास्त्री की शिक्षा प्राप्त की। फिर इन्होंने काशी से ज्योतिष विषारद की उपलब्धि हासिल की हैं। इनके पास कुंडली, हस्तरेखा , वास्तु शास्त्र, शगुन विचार , उपाय ज्योतिष का विशेष ज्ञान हैं। इनका कहना हैं कि इनके ऊपर त्रिदेवी की कृपा हैं जिसकी वजह से ये आज इस क्षेत्र में अपनी जगह बना पाई। धन्य हैं इनके माता पिता जिन्हें देवी स्वरूप पुत्री काजल कुमारी मिली हैं। हम इनको बहुत बहुत शुभकामना देते हैं। हम सभी इनके सुखी जीवन की मंगल कामना करते हैं। ऐसी प्रतिभाओं को प्रकाशित करने का प्रयास किया जाता है.