सुजानगंज
मानव जीवन की सार्थकता श्रीमद् भागवत कथा सुनकर मोक्ष प्राप्त करने में ही है।उक्त उद्गार आचार्य निशांत पाराशर ने मंगलवार देर शाम न्योरहा निवासी छोटेलाल पांडे के आवास पर चल रही भागवत कथा के तीसरे दिन व्यक्त किया। कथा के प्रसंग को आगे बढ़ते हुए उन्होंने परीक्षित का जन्म श्रृष्टि निर्माण, माता देवहूति को कपिल मुनि द्वारा शांति शास्त्र का उपदेश के प्रसंग पर विस्तार से प्रकाश डाला। माया जीव के ऊपर कैसे विजय प्राप्त कर लेती है पर प्रकाश डाला। कथा के पूर्व मुख्य यजमान छोटेलाल पांडे, राम बिहारी, सुरेश चंद आदि ने माल्यार्पण कर आचार्य जी का स्वागत किया।